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Hindi Poem :दुर्गा देखो आज जनमकर

दुर्गा देखो आज जनमकर

मंदीरमे ना पूजी जाओगी

स्कूल जाते , राह चलते

चुटकीमे लुट जाओगी ||१||

भरम नजाना देख इनको

हो हरतरफ जो दंगे है

सुबह चायपे “माल” ताडेगे ये

जेहेन इनसबके नंगे है ||२||

तुम “लकी” थी माता बन गयी

अब मां का ये हाल है

“मातर” के पेहले वंदे नही

अब “चो” ”चू” केहना आम है ||३||

तुम भी अपना ध्यान रखना

वक़्त बडा खराब है

“चेक” कर लेना अबसे दर्शनमे

भक्त कि कहा निगाह है ||४||

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