दुर्गा देखो आज जनमकर
मंदीरमे ना पूजी जाओगी
स्कूल जाते , राह चलते
चुटकीमे लुट जाओगी ||१||
भरम नजाना देख इनको
हो हरतरफ जो दंगे है
सुबह चायपे “माल” ताडेगे ये
जेहेन इनसबके नंगे है ||२||
तुम “लकी” थी माता बन गयी
अब मां का ये हाल है
“मातर” के पेहले वंदे नही
अब “चो” ”चू” केहना आम है ||३||
तुम भी अपना ध्यान रखना
वक़्त बडा खराब है
“चेक” कर लेना अबसे दर्शनमे
भक्त कि कहा निगाह है ||४||